फर्क जानिए:
जब सब्जियों की बात आती है, जिसे अनेक तरह के पकवान बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है तो इस लिस्ट में आलू का नाम सबसे ऊपर आता है. यह स्वादिष्ट, बनाने में आसान और हेल्दी भी है. वहीं शकरकंद भी आलू की एक मशहूर किस्म है. यह स्टार्चयुक्त और मुलायम जड़ वाली सब्जी है और इन्हें अनेक तरह के मीठे और नमकीन पकवान बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है. ये दोनों ही सब्जियां एक-दूसरे से अलग हैं. हम नीचे दिए गए 5 तरीकों से ये अंतर जान सकते हैं.
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प्लांट फैमिलीः
शकरकंद पौधों के कॉन्वाल्वुलेसी (Convolvulaceae) फैमिली से आते हैं, जबकि अक्सर हर घर में रोजाना इस्तेमाल में आने वाला आलू सोलैनेसी (Solanaceae) पौधा फैमिली का होता है. शकरकंद की स्किन हल्की लाली लिए हुए भूरी और अंदर से इसका गूदा हल्का ऑरेंज कलर का होता है. वहीं आलू की स्किन बाहर से भूरी और अंदर से उसका गूदा सफेद होता है.
न्यूट्रिशनः
आलू और शकरकंद दोनों में कार्ब, वसा, प्रोटीन और कैलोरी की मात्रा समान होती है. शकरकंद एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जबकि आलू में ऐसे यौगिक होते हैं जो कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं. आलू की तुलना में शकरकंद में कुछ विटामिन और खनिज अधिक मात्रा में होते हैं.
ग्लाइसेमिक इंडेक्सः
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) उन तरीकों को बताता है जिसमें खाना रक्त शर्करा (blood glucose levels) के स्तर को प्रभावित करता है. जिन लोगों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) 70 से अधिक होता है, उन्हें ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाने के लिए कहा जाता है. आलू का जीआई 89 है, जबकि शकरकंद का जीआई 44-94 है.
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नतीजाः
शकरकंद और आलू दोनों में ही फायदेमंद प्लांट कंपाउड्स (plant compounds) होते हैं और दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं.लेकिन शकरकंद के ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने और माइक्रोन्यूट्रीएंट (micronutrients) से भरपूर होने की वजह से इसे अधिक सेहतमंद माना जाता है.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)